जैसा कि आप जानते हैं, अपने देश के सभी लोगों को सुखी समृद्धशाली तभी बनाया जा सकता है।
जब ऐसी पार्टी व्यक्ति या समूह के नेतृत्व में केंद्र और सभी राज्यों में मजबूत सशक्त व्यवस्था बने जिसके पास सभी समस्याओं के समाधान की योजना हो।
देश की वर्तमान परिस्थिति में किसी भी पार्टी के नेतृत्व में केंद्र और सभी राज्यों में एक साथ मजबूत व्यवस्था चुनाव के माध्यम से नहीं बनाई जा सकती है।
इसके लिए योजना अनुसार काम किया जा रहा है इस योजना के अनुसार:-
सबसे पहले ऐसी पार्टी व्यक्ति समूह का पता लगाने के लिए पहले जनता से समस्याएं लिखकर मंगाई जाएंगी, फिर उन्हीं समस्याओं के समाधान पता करने के लिए पार्टियों के रणनीतिकारों को, व्यक्ति और समूह को जो समस्याओं के समाधान बताना चाहते हैं उनको एक ही मंच पर एक-एक करके बुलाकर उन समस्याओं के समाधान पूछे जाएंगे ।
पूरे देश की जनता एक जगह नहीं आ सकती है, इसलिए उसका वीडियो बन जाएगा, वह वीडियो जनता के बीच में जाएगा और जनता उसको देखकर पहचान पत्र के आधार पर, मोबाइल से नंबर देगी और नंबर के आधार पर डिसाइड होगा कि जनता ने सबसे अच्छा किसको पसंद किया है।
जनता जिसको सबसे अच्छा सिद्ध कर देगी, उसी के नेतृत्व में केंद्र और सभी राज्यों में मजबूत सशक्त व्यवस्था बनाने के लिए, जनता की तरफ से सांसद और विधायकों से मांग होगी कि यदि आप देश और देश की जनता का वास्तव में भला चाहते हैं तो जिसने सबसे अच्छा समाधान बताया है, उसके साथ आ जाइए ।
ऐसे में जो सांसद मंत्री विधायक साथ नहीं आएंगे, इससे सिद्ध हो जाएगा कि इनको देश और देश की जनता की भलाई से मतलब नहीं है इसलिए जनता ऐसे सांसद और विधायकों के खिलाफ में असहयोग आंदोलन छोड़ देगी ।
इस के चक्कर में 80 से 90 परसेंट सांसद और विधायक नहीं चाहेंगे कि उनके ऊपर जनविरोधी होने का धब्बा लगे ।
इसीलिए दो तिहाई से ज्यादा सांसद और विधायक अपनी-अपनी पार्टी छोड़कर सबसे अच्छा समाधान बताने वाले के साथ आ जाएंगे ।
इससे बिना चुनाव कराएं, सबसे अच्छा समाधान बताने वाले के नेतृत्व में, केंद्र और सभी राज्यों में मजबूत सशक्त व्यवस्था बनाकर उन सबसे अच्छी नीतियों को लागू किया जाएगा।
जिससे सभी लोगों को 3 साल में सुखी, समृद्धिशाली बनाते हुए, अपने देश को विश्व का सबसे श्रेष्ठ राष्ट्र बनाया जा सके ।
जैसा कि आप जानते हैं कि अपने देश के सभी लोगों को सुखी समृद्धिशाली तभी बनाया जा सकता है, जब ऐसी, पार्टी, व्यक्ति या समूह के नेतृत्व में केंद्र और सभी राज्यों में मजबूत सशक्त व्यवस्था बने, जिसके पास सभी समस्याओं के समाधान की पूरी योजना हो।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए देश के ऐसे सांसद, मंत्री, विधायक और विशेषज्ञ जो देश के प्रमुख पदों पर पहुंच कर, वास्तव में देश की सभी समस्याओं के स्थाई समाधान करके अपने देश को विश्व का श्रेष्ठ राष्ट्र बनाना चाहते हैं। उनके सहयोग से इस अभियान को शुरू किया गया है।
अब प्रश्न उठता है कि विना चुनाव के 2 महीने केंद्र और सभी राज्यों में सरकार कैसे बनेगी ?
जैसा कि आप जानते हैं कि अपने देश की वर्तमान परिस्थिति में किसी भी पार्टी व्यक्ति या समूह के नेतृत्व में चुनाव के माध्यम से केंद्र और सभी राज्यों में मजबूत सशक्त व्यवस्था नहीं बनाई जा सकती है। विना चुनाव के किसी पार्टी, व्यक्ति या समूह के नेतृत्व में ऐसी व्यवस्था तभी बनाई जा सकती है, जब प्रत्येक पार्टी के दो तिहाई से ज्यादा सांसद और विधायक अपनी पार्टी छोड़कर, ऐसी पार्टी, व्यक्ति या समूह के साथ आ जाएं, जिसके सभी समस्याओं के समाधान की पूरी योजना हो। सांसद और विधायक अपनी पार्टी छोड़कर ऐसी पार्टी, व्यक्ति या समूह के साथ तभी आएंगे, जब उसके साथ पूरे देश की जनता आ जाए ।
आप जानते हैं कि अपने देश में माहौल बना दिया जाए तो देश की जनता 2 दिन के अंदर ही साथ आ जाएगी । इसलिए माहौल बनाने के लिए योजनानुसार काम किया जा रहा है और योजना के तहत सबसे पहले हर पार्टी और प्रदेश से दो तिहाई (2/3) से ज्यादा सांसद, विधायक जो मंत्री, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक बनकर, जनता का भला करना चाहते हैं, वे सबसे पहले अपने विश्वासी साथियों को नॉन पॉलिटिकल संगठन के अन्दर संयोजक बनावा रहे है । ताकि पार्टी में रहते हुए ही देश हित के काम में पहले अंदर से साथ आ सके और यह पता लगाया जा सके कि वास्तव में कौन देश का भला चाहता है और कौन दिखावा कर रहा है।
अंदर से संगठन खड़ा होने के बाद केंद्र और सभी राज्यों में मजबूत सशक्त व्यवस्था कैसे बनाई जाएगी।
जैसे ही प्रमुख सांसद और विधायकों को अंदर से non-political संगठन के साथ लेे लिया जाएगा । उसके बाद सबसे पहले उस प्रदेश के सांसद, मंत्री और विधायक जिनके हटने से उस प्रदेश की सरकार का गिरने का या बदनाम होने का खतरा होगा, वे अपनी सरकार से मांग करेंगे कि आप वास्तव में अपने प्रदेश की जनता का भला चाहते हैं तो अपने प्रदेश में ऐसी योजनाएं अगले 1 साल के अंदर कैसे लागू करेंगे, जिससे जनता की सभी समस्याओं के स्थाई समाधान हो सके । उसकी रणनीति अगले 2 दिन के अंदर जनता के सामने बताओ नहीं तो जनता के हित के लिए हमें जो कुछ भी करना पड़ेगा वो करेंगे । जब प्रदेश की सरकार के गिरने का या बदनाम होने का खतरा होगा तो मीडिया में यह खबर हर जगह छा जाएगी, उसके 2 दिन बाद उन्ही सांसद, विधायकों द्वारा घोषणा की जाएगी कि अब हम तो उसी के साथ जाएंगे जो जनता की समस्याओं के समाधान का सबसे अच्छा उपाय बताएगा, जब उस प्रदेश के सांसद और विधायक ऐसी मांग करेंगे, उसी के बाद प्रत्येक प्रदेश और पार्टी से जो सांसद, मंत्री और विधायक पहले से non-political संगठन में साथ हो चुके थे, फिर वे भी अपने प्रदेश से प्रेस कांफ्रेंस करके घोषणा करेंगे कि हां मैं भी देश की जनता का भला चाहते हैं, इसलिए हम भी उसी के साथ जाएंगे जो जनता की समस्याओं के सबसे अच्छा समाधान बताएगा, उसके बाद पूरे देश में नया माहौल बनेगा।
उसके बाद कौन समाधान कर सकता है? उसका कैसे पता लगाया जाएगा?
उसका पता करने के लिए 15 दिन बाद प्रोग्राम आयोजित होगा । उस प्रोग्राम के लिए क्षेत्रीय स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक संगठन खड़ा होना जरूरी है । इसलिए जो व्यक्ति अपने क्षेत्र का वार्ड अध्यक्ष, प्रधान, निगम पार्षद, MLA, MP से लेकर देश के बड़े-बड़े पदों पर पहुंचना चाहते है, बे अभियान की वेबसाइट पर जाकर अगले 10 दिन के अंदर संयोजक बन सकेंगे और जनता को यह बताने के लिए कि यह प्रोग्राम आपकी समस्याओं के समाधान के लिए हो रहा है, इसलिए जनता के लिए किया जाएगा कि आप अपनी समस्याएं लिखकर वेबसाइट पर जमा कराएं या अपने क्षेत्र के संयोजकों के पास से लिखकर जमा कराएं फिर उन्हीं समस्याओं के समाधान जानने के लिए जब 15 दिन बाद प्रोग्राम आयोजित होगा, प्रोग्राम से 2 दिन पहले घोषित किया जाएगा कि जनता ने सबसे ज्यादा तीन समस्याएं लिखी हैं।
फिर उन्हीं समस्याओं के समाधान जानने के लिए उन पार्टियों के रणनीतिकारों को एक ही मंच पर एक-एक करके बुलाया जाएगा, जो जनता के बीच में बड़े-बड़े वादा और भाषण करते हैं कि हमारे नेतृत्व में व्यवस्था बनाई जाएगी तो हम आपकी समस्याओं का स्थाई समाधान कर सकते हैं और ऐसे में जो पार्टी समाधान बताने नहीं आएगी, उसको बदनाम कर दिया जाएगा कि जो समाधान बताने नहीं आ सकता तो समाधान क्या करेगा । इसलिए जनता उनको अलग-थलग कर देगी और जो मंच पर आएंगे और उनको सिद्ध कर दिया जाएगा कि वास्तव में कौन समस्याओं के स्थाई समाधान कर सकता है और कौन बेवकूफ बना रहा है।
क्योंकि पूरे देश की जनता एक जगह नहीं आ सकती है, इसलिए उसका वीडियो बन जाएगा और वह वीडियो 9:00 से 11:00 बजे के बीच में दूसरे दिन जनता के बीच में जाएगा। जनता उसको देखकर पहचान पत्र के आधार पर मोबाइल से नंबर देगी और नंबर के आधार पर डिसाइड होगा कि जनता ने सबसे अच्छा किसको पसंद किया है। जैसे ही एक बार जनता की तरफ से सिद्ध हो जाएगा कि जनता ने सबसे अच्छा किसको सिद्ध किया है। उसके बाद सांसद, मंत्री, विधायकों से जनता और अभियान की तरफ से डिमांड होगी कि यदि आप देश और देश की जनता का वास्तव में भला चाहते हैं तो जिसने सबसे अच्छा समाधान बताया है, उसके साथ आ जाइए ऐसे में जो साथ नहीं आयेंगे । इससे सिद्ध हो जाएगा कि इनको देश और देश की जनता की भलाई से मतलब नहीं है ।
इसलिए जनता ऐसे सांसद, मंत्री और विधायकों के खिलाफ असहयोग आंदोलन छेड़ देगी। इसके चक्कर में 80 से 90% सांसद, विधायक नहीं चाहेंगे कि उनके खिलाफ जनविरोधी होने का धब्बा लगे। इसलिए वह भी अपनी पार्टी छोड़कर सबसे अच्छा समाधान बताने वाले के साथ आ जाएंगे । जब दो तिहाई से ज्यादा सांसद, मंत्री और विधायक पार्टी छोड़ कर आएंगे तो पार्टी भी कुछ नहीं कर पाएगी और पार्टी खुद टूट जाएगी । इससे बिना चुनाव कराएं जिसने सबसे अच्छा समाधान बताया था, उसके नेतृत्व में केंद्रों और सभी राज्यों में मजबूत सशक्त व्यवस्था बनाकर, जिन लोगों ने क्षेत्रीय स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक संयोजक रहकर काम किया था, उनको उसी जगह पर महत्वपूर्ण पद जिम्मेदारी और अधिकार देकर उन नीतियों को लागू किया जाएगा । जिससे अगले 3 साल के अंदर सभी लोगों को सुखी समृद्धशाली बनाते हुए, अपने देश को विश्व का श्रेष्ठ राष्ट्र बनाया जा सकेगा।
यदि आप बनने वाली नई व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहते हैं तो शीघ्र आपको क्या करना होगा?
यदि आप बनने वाली महत्वपूर्ण व्यवस्था में अपनी योग्यतानुसार क्षेत्रीय स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के महत्वपूर्ण पद पर पहुंचकर कुछ नया करना चाहते हैं तो अभियान की वेबसाइट पर जाकर सभी नियम कानून समझकर शीघ्र संयोजक बनकर काम में लग जाएं, क्योंकि इसी काम के आधार पर ही आपको जिम्मेदारी अधिकार प्रदान किए जाएंगे, किसी की सिफारिश के आधार पर नहीं।
Manager: Indian Mission
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